नई दिल्ली, 29 अप्रैल:दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-21 इलाके में रविवार देर रात भीषण आग लग गई, जिसने देखते ही देखते करीब 800 झुग्गियों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दर्दनाक हादसे में दो मासूम बच्चों की जलकर मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए।
दमकल विभाग के मुताबिक, रात 12:30 बजे आग की सूचना मिली और तुरंत 15 से ज्यादा गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। आग बुझाने में घंटों लग गए। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है, लेकिन इसकी पुष्टि जांच के बाद ही होगी।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि दमकल और पुलिस की टीमें देर से पहुँचीं, जिससे नुकसान और ज़्यादा हुआ। इस घटना ने एक बार फिर शहरी गरीबों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया
दिल्ली सरकार ने मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपये और घायलों को मुफ्त इलाज देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया और जांच के आदेश दिए।
क्या कहती है जनता?
लोगों का कहना है कि ऐसे इलाकों में कोई फायर अलार्म सिस्टम नहीं होता, न ही अग्निशमन की स्थायी व्यवस्था। सवाल ये है—क्या झुग्गीवासियों की ज़िंदगी इतनी सस्ती है?